आजकल की भागदौड़ की जिंदगी में सब लोग पढ़ लिख कर एक अच्छी नौकरी पाना चाहते हैं ताकि वह खुद को और अपने परिवार को एक अच्छी जिंदगी दे सकें लेकिन एक ऐसे भी व्यक्ति हैं जिन्होंने पढ़ लिख कर एक अच्छी नौकरी तो हासिल की लेकिन प्रकृति मैं रहने के लिए उन्होंने अपनी है नौकरी छोड़ दी और आदिवासियों के बीच जाकर रहने लगे। हम बात कर रहे हैं आलोक सागर जी की जो वर्तमान में मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में रहकर साल 1990 से वहां के लोगों की सहायता कर रहे हैं।
जन्मतिथि | 20 मार्च 1950 |
जन्मस्थान | दिल्ली |
पिता का पेशा | आईआरएस (IRS) ऑफिसर |
माता का पेशा | दिल्ली यूनिवर्सिटी में अध्यापिका |
भाई का पेशा | दिल्ली आई आई टी में प्रोफेसर |
दो बहनों का पेशा | अच्छे पदों पर कार्यरत |
प्रारंभिक शिक्षा | दिल्ली से |
बीटेक (B. Tech.) की डिग्री | साल 1973 में आईआईटी दिल्ली से |
एम टेक(M. Tech.) की डिग्री | साल 1973 में |
उच्चतर शिक्षा | अमेरिका में पीएचडी की पढ़ाई |
प्रोफेसर के पद पर | साल 1980 में आईआईटी दिल्ली में |
सामाजिक कार्य | संस्थाओं से मिलकर उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों में |
रहने की जगह | मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के कोच मोहगांव में |
राज्य पुलिस की कहानी | पुलिस द्वारा डॉक्यूमेंट की मांग और उनकी पहचान परीक्षा |
आलोक सागर जी का जन्म और आरंभिक जीवन
आलोक सागर जी का जन्म 20 मार्च 1950 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता एक आईआरएस (IRS) ऑफिसर थे और उनकी माताजी दिल्ली यूनिवर्सिटी में अध्यापिका के पद पर कार्यरत थी। आलोक जी को बचपन से ही पढ़ाई के लिए अच्छा माहौल मिला जिसकी वजह से वह पढ़ाई में बहुत अच्छे थे। उनके भाई अंबुज सागर दिल्ली आई आई टी में प्रोफेसर के पद पर कार्य करते हैं। उनकी दो बहने भी काफी अच्छे पदों पर कार्यरत हैं।
आलोक सागर जी की शिक्षा
आलोक सागर जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली से ही प्राप्त की। उन्होंने साल 1973 में आईआईटी दिल्ली से बीटेक (B. Tech.) की डिग्री प्राप्त की इसके बाद उन्होंने साल 1973 में एम टेक(M. Tech.) की डिग्री प्राप्त की आगे की पढ़ाई के लिए वे साल 1970 में अमेरिका चले गए जहां उन्होंने होस्टन में स्थित एक यूनिवर्सिटी से पीएचडी की पढ़ाई की जो अमेरिका की सबसे अच्छी यूनिवर्सिटीओं में से एक थी।
इसके बाद उन्हें साल 1980 में आईआईटी दिल्ली में प्रोफेसर के पद पर नौकरी मिल गई और उन्होंने बच्चों को शिक्षा देना शुरू कर दिया लेकिन इसी बीच उनकी मुलाकात समाजसेवी संस्थाओं से हुई और उन्होंने उन संस्थाओं से जुड़ना शुरू कर दिया और उनके साथ कार्य करना शुरू कर दिया इसी दौरान उन्होंने अपनी प्रोफेसर के पद से इस्तीफा दे दिया।
आलोक जी जगह-जगह जाकर लोगों की मदद करने लगे और उन्होंने अपने घर परिवार को छोड़कर एक साधारण जीवन जीने का फैसला किया। उनके द्वारा पढ़ाए गए विद्यार्थियों में से 1 विद्यार्थी जिनका नाम रघुराम राजन जी था वह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के 23वें गवर्नर बने।
आलोक सागर जी द्वारा किए गए सामाजिक कार्य
आलोक सागर जी ने अनेक संस्थाओं से मिलकर उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों में समाजसेवी के रूप में कार्य किया। उनकी सबसे अधिक पहचान मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के कोच मोहगांव से की जाती है क्योंकि बताया जा रहा है कि वह वहां साल 1990 से रह रहे हैं। आलोक जी वहां केवल एक छोटी सी झोपड़ी में रहते हैं और उनके पास पहनने के लिए केवल तीन कुर्ते और एक चप्पल की जोड़ी है।
उनके पास एक साइकिल भी है जिससे वह हर रोज गांव में जाकर लोगों को पढ़ाई के प्रति जागरुक करते हैं और खुद भी पढ़ाने का कार्य करते हैं। आलोक जी पेड़ पौधों के बीच भी बांटते हैं जिसकी वजह से उस गांव के चारों ओर साल 1990 से अब तक लेकर 50000 पेड़ लगाए जा चुके हैं।
उनके साथ रहने वाले गांव वालों का कहना है कि अगर किसी भी व्यक्ति के पैसे नहीं मिलते हैं तो भी वह उनके साथ मिलकर धरने पर बैठ जाते हैं और गांव वालों को उनका हक दिलाते हैं।
आलोक सागर जी और पुलिस की कहानी
एक बार आलोक सागर जी जिस राज्य में रह रहे थे वहां पर चुनाव का माहौल था और पुलिस वालों ने आलोक सागर जी से उनके डॉक्यूमेंट को दिखाने की मांग की और कहां कि आप यहां के रहने वाले तो नहीं हैं तो फिर आप कौन हैं। जिसके बाद आलोक सागर जी ने पुलिस थाने में जाकर अपने सारे डॉक्यूमेंट दिखाए जिसके कारण वहां की पुलिस भी स्तब्ध रह गई। इसके बाद पूरी दुनिया को पता चला कि आलोक सागर जी कैसे एक प्रोफ़ेसर से समाजसेवी बन गए।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने एक ऐसे समाजसेवी के बारे में पढ़ा जिन्होने अपने सुख और चैन की जिंदगी को छोड़कर प्रकृति को सुधारने का एक बहुत अच्छा प्रयास किया और उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी लोगों की सहायता करने में गुजार दी। उस महान व्यक्ति से सीख ले कर हम भी प्रकृति को सुधारने और लोगों की मदद करने की ओर एक बहुत अच्छा कदम बढ़ा सकते हैं। आशा करते हैं आपको आलोक जी के बारे में दी गई है जानकारी पसंद आई होगी।